आज कोरोना वैश्विक संकट बनकर सामने है लगभग दुनिया के सभी देश इसकी चपेट में है। अभी तक कोई निश्चित मेडिसिन इसके लिए नहीं है। सभी देश की अनुसंधान एजेंसीज इस पर कार्य कर रही है।
ऐसे समय में विश्व के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति बिल गेट्स ने कोरोनोवायरस के वैश्विक अनुसंधान और उपचार में सहायता के लिए बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के माध्यम से $ 100 मिलियन का डोनेशन दिया है ।
वंही एशिया के सबसे अमीर कहे जाने वाले अलीबाबा संस्थापक के फाउंडर और चीन के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति जैक मा ने कोरोनोवायरस वैक्सीन विकसित करने के लिए अपनी संस्था से $14 million दिया है। इसके अलावा, 500,000 कोरोना परीक्षण किटऔर एक मिलियन फेस मास्क जिसे उन्होंने अमेरिका भेज दिया है।
जिसकी जानकारी जैक मा ट्वीट करते हुए लिखा हम अफगानिस्तान, बांग्लादेश, कंबोडिया, लाओस, मालदीव, मंगोलिया, म्यांमार, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका को आपातकालीन आपूर्ति (1.8M मास्क, 210K परीक्षण किट, 36K सुरक्षात्मक सूट, प्लस वेंटिलेटर और थर्मामीटर) दान करेंगे। हमे मालूम है यह इतना आसान नहीं है पर हम कर लेंगे।
द वीक पोस्ट में पब्लिश एक खबर के अनुसार कहा गया की ऐसे वक्त में दुनिया के कुछ सबसे धनी लोग इस वैश्विक आपदा में हाथ बंटाने से खुश हैं। लेकिन कुछ अभी भी गूंगे बहरे बने बैठे है।
इस आपदा में भारतीय कॉर्पोरेट घराने पूरी तरह गूंगे -बहरे वाली श्रेणी में शामिल है जिनकी तरफ से इस महामारी में किसी सहयोग की प्रतिक्रिया नहीं मिली है। जबकि भारत के प्रधान मंत्री संडे को ‘जनता कर्फ्यू’ लगाकर बालकॉनी से ताली बजाने को कहा है।
कई ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने भारत की अमीर बिरादरी से चुप्पी पर सवाल उठाया है।
जबकि इस परिपेक्ष में भारत के कुल 63 अरबपतियों की संयुक्त कुल संपत्ति वित्त वर्ष 2018-19 के भारत के कुल केंद्रीय बजट से अधिक है जो 24,42,200 करोड़ रुपये थी।
भारत में हर बदलते वक्त के साथ कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है चिकित्सा विशेषज्ञों ने यहां तक चेतावनी दी है कि भारत पहले से ही सामुदायिक संचरण तीसरे स्तर पर जल्द पहुंच सकता है।
दुनिया भर में, अर्थशास्त्रियों और चिकित्सा पेशेवरों ने चेतावनी दी है कि भारतीय परिस्थितियां कोरोनोवायरस के लिए जंगल की आग की तरह फैलने के लिए अनुकूल हैं।