नोएडा, 30 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर 93-बी में स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में रहने वाले लोगों द्वारा नियम के विरुद्ध किये गए अतिक्रमण को नोएडा विकास प्राधिकरण के दस्ते ने आज तोड़ दिया।
प्राधिकरण के सूत्रों ने बताया कि करीब दो दर्जन से ज्यादा फ्लैटों के अतिक्रमण को हटाया गया है और मौके पर भारी पुलिस बलों की तैनाती की गयी है ।
सुबह जब प्राधिकरण का दस्ता अतिक्रमण हटाने पहुंचा, उस समय सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने गेट बंद कर दिया था, तथा गेट पर धरने पर बैठ गए थे। सोसाइटी के लोगों ने नेताओं, अधिकारियों से अतिक्रमण नहीं हटाने की मांग की।
कल नोएडा प्राधिकरण ने सोसायटी के लोगों को चेतावनी दी थी कि बृहस्पतिवार की शाम तक अगर लोगों ने अतिक्रमण नहीं हटाया तो शुक्रवार से प्राधिकरण कार्रवाई करेगा।
नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रवीण मिश्रा ने बताया कि बुधवार को नोएडा प्राधिकरण की टीम ने सोसाइटी में पूरे दिन सर्वे किया और इस दौरान जहां जहां लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था, उसे चिन्हित कर नोटिस दिया गया।
उन्होंने बताया कि इन लोगों को कल शाम तक कब्जा हटाने का समय दिया गया था, लेकिन किसी ने अतिक्रमण नहीं हटाया। आज से प्राधिकरण ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि नोएडा प्राधिकरण ने मंगलवार को सोसाइटी के उन लोगों को 48 घंटे में अतिक्रमण को हटाने की चेतावनी दी थी जिन्होंने सोसाइटी में अतिक्रमण करके अपना मकान बनाया है।
बुधवार को नोएडा प्राधिकरण के नियोजन विभाग और वर्क सर्किल के अधिकारी सोसाइटी में पहुंचे, और लोगों को मकानों का नक्शे से मिलान करवाने के बाद अतिक्रमण की पुष्टि की।
मालूम हो कि नोएडा सेक्टर 93-बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में सार्वजनिक स्थान पर पेड़- पौधे लगाने को लेकर सोसाइटी में रहने वाली एक महिला और कथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी के बीच अगस्त माह में विवाद हो गया था।
इस विवाद ने काफी तूल पकड़ा तथा पुलिस ने आरोपी श्रीकांत त्यागी को गिरफ्तार कर, उसके खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम के तहत कार्रवाई की।
श्रीकांत त्यागी मौजूदा समय में जेल में बंद है और वहीं त्यागी समाज के लोग आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा सांसद डॉ महेश शर्मा के दबाव में पुलिस ने श्रीकांत के खिलाफ कारवाई की तथा उसकी पत्नी और मामी के साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया। इस बात के विरोध में काफी दिनों से वे धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।