लॉकडाउन को 60 दिन से ज्यादा हो चुके हैं और अब तक प्रवासी मजदूर अपने-अपने घर नहीं पहुंच पाये हैं। मजदूर अब भी देश के विभिन्न भागों से वापस अपने घरों को लौटे रहे हैं।
इन मजदूरों की दयनीय तस्वीरें सोशल मीडिया पर वयरल हो रही हैं। पंजाब के जालंधर से भी ऐसी ही एक तस्वीर सामने आई है जहां सैकड़ों की संख्या में मजदूर एक फ्लाईओवर के नीचे जमा हुए हैं और अपने-अपने घर जाने की मांग कर रहे हैं। ये मजदूर अपना रजिस्ट्रेशन करने के लिए फ्लाईओवर के नीचे 5 दिन से फंसे हुए हैं।
ये सभी मजदूर जालंधर में फ्लाइओवर के नीचे तपती दोपहरी में जमा हुए हैं। ये सभी मजदूर मांग कर रहे हैं कि उनका जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन हो। एक प्रवासी मजदूर का कहना है कि हम यहां पिछले पांच दिनों से पुल के नीचे पड़े हुए हैं, हमे पीने का पानी तक नहीं मिल रहा है। हमारे लिए कोई बस, ट्रेन का इंतजाम नहीं किया गया है। हम अपने घर जाना चाहते हैं लेकिन हमारी कोई सुनने वाला नहीं है।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देश को लॉकडाउन किया गया था। इस लॉकडाउन से सबसे ज्यादा परेशान प्रवासी मजदूर हैं। सबकुछ बंद होने की वजह से न उनके पास रोजगार है ना ही खाने पीने का समान खरीदने के लिए पैसे।
ऐसे में ये मजदूर अपने-अपने घर वापस जाने के लिए मजबूर हैं। लॉकडाउन लागू होने के बाद से लगातार प्रवासी मजदूर अपने घरों की ओर पैदल, ट्रक, साइकल आदि के माध्यम से लगातार चल रहे हैं।
यह मजदूर अबतक हजारों किलोमीटर का रास्ता तय कर चुके हैं। रेलवे विशेष ट्रेनें चला रहा है, रोडवेज की बसें लोगों को ले जाने में जुटी हैं, लेकिन स्थिति नियंत्रण में नहीं दिख रही हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि गांवों और शहरों से अपने घरों की ओर जाने वाली इस प्रवासी आबादी की संख्या करोड़ों में है।
बता दें देश में कोरोना का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में अबतक के सबसे ज्यादा 6794 नए मामले सामने आए हैं।
वहीं 137 लोगों की मौत हो गई है। इसी के साथ देश में संक्रमितों का आंकड़ा 1.25 लाख के पार हो गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि देश के 5 राज्यों में ही कोरोना के 73 फीसदी केस हैं, जबकि इनमें ही देशभर के 75% पीड़ितों की जान भी गई है।