मिर्जापुर जिले के बाजीराव कटरा स्थित केनरा बैंक के लॉकर से बैंक मैनेजर और डिप्टी बैंक मैनेजर की मिलीभगत से हुए करोड़ों के धोखाधड़ी मामले में बृहस्पतिवार को मुकदमा दर्ज किया गया।
मनोज कुमार शुक्ला ने केनरा बैंक स्थित पिता के लॉकर से करोड़ों का सोना हड़पने का आरोप लगाते हुए अपने बड़े भाई, बैंक मैनेजर और डिप्टी बैंक मैनेजर पर कटरा कोतवाली में धोखाधड़ी और साजिश रचने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। सभी आरोपित फरार हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
मिर्जापुर के लालडिग्गी निवासी व्यवसायी व टीवीएस एजेंसी के संचालक मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि उनके पिता ह्रदय नरायण शुक्ला और मां विद्या देवी के नाम से संयुक्त लॉकर बाजीराव कटरा स्थित केनरा बैंक में है।
बताया कि वह चार भाईयों में सबसे छोटे हैं। पिता अनिरुद्धपुर पुरबपट्टी गांव में रहते थे। वो कई वर्ष से बीमार चल रहे थे। वह उनकी सेवा करते थे।
मनोज के मुताबिक, पिता ने बताया था कि लॉकर में करीब 16 किलो सोना और चांदी के जेवरात के साथ कुछ रकम भी रखा है। जिसकी कीमत लगभग आठ करोड़ रुपये है।
आरोप है कि बड़े भाई उमेश शुक्ला की नियत खराब हो गई। उमेश शुक्ला ने पिता के नाम से फर्जी लेटर बनाकर बैंक के लॉकर से गहना निकालने के लिए दिया।
इस बात की जानकारी के बाद पिता ने 25 जून 2020 को केनरा बैंक के शाखा प्रबंधक को पत्र लिखा कि लॉकर को उनके चारों पुत्रों के सामने ही खोला जाए। साथ ही लॉकर की नई चाबी चारों पुत्रों को दिया जाए।
आरोप लगाया कि बड़े भाई उमेश शुक्ला ने 23 सितंबर 2020 को बैंक मैनेजर एसएन प्रसाद और डिप्टी बैंक मैनेजर चंद्रलोक के साथ षडयंत्र रचकर लॉकर से करोड़ो का सोना निकाल लिया।
इधर, 15 मई 2021 को पिता का निधन हो गया। तेरहवीं बीतने पर बैंक में जाकर 28 और 29 मई को पत्र दिया कि पिता का लॉकर बिना सभी भाइयों की उपस्थिति में न खोला जाए। पर डिप्टी बैंक मेनेजर ने पत्र रिसीव नहीं किया। जिसके बाद फर्जीवाड़े का शक हुआ।
मनोज कुमार शुक्ला की तहरीर पर उमेश शुक्ला, बैंक मैनेजर एसएन प्रसाद और डिप्टी बैंक मैनेजर चंद्रलोक के खिलाफ कटरा कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया।
एएसपी सिटी संजय कुमार वर्मा ने कहा बैंक के लॉकर से धोखाधड़ी कर जेवरात निकालने के आरोप में उमेश शुक्ला, बैंक मैनेजर एसएन प्रसाद और डिप्टी बैंक मैनेजर चंद्रलोक पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।